दूसरी इकाई पाठ – १. कह कविराय

सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :-

१. (क) संजाल 

उत्तर :

(२) उत्तर लिखिए :

(क) अपना शीस इसके लिए आगे करना चाहिए तो इसकी प्राप्ति होगी

उत्तर : 
अपना शीस परोपकार के लिए आगे करना चाहिए तो इश्वर की  प्राप्ति होगी

(ख) बड़ों के द्वारा दी गई सीख-

उत्तर : 
अपना आचरण उचित रखना तथा अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखना

(३) ‘हाथ’ शब्द पर प्रयुक्त कोई एक मुहावरा लिखकर उसका वाक्य में प्रयोग कीजिए ।

उत्तर : 
हाथ धोकर पीछे पड़ जानाकिसी काम में जी जान से लग जाना
        वह इस नौकरी के लिए हाथ धोकर पीछे पड़ गया है ।

(४) ‘खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं’ इसपर अपना मत स्पष्ट कीजिए ।

उत्तर : 
‘खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं’ यह मत बिल्कुल सत्य है। क्योंकि अगर हम कभी सफलता पाकर  खुश होते हैं और उसकी खुशी सिर्फ खुद तक रखते हैं तो उसमें बहुत ज्यादा खुशी नहीं मिलती है। लेकिन अगर हम अपने उस खुशी को अपने परिवार के साथ अपने दोस्तों के साथ जब बाँटतें हैं तो वह लोग भी इस खुशी में शामिल हो जाते हैं और हमें दुआएँ ,बधाइयाँ, शुभ-कामनाएँ  देते हैं । जिससे खुशी हर तरफ दिखाई देने लगती है । इसलिए मेरे अनुसार यह बिलुल सत्य है कि ‘खुशियाँ बाँटने से बढ़ती हैं’।

सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :- (पाठ के आँगन में )

(क) कौआ और कोकिल में समानता तथा अंतर :

उत्तर : 

(ख) कवि की दृष्टि से मित्र की परिभाषा-

उत्तर : 
(१) निःस्वार्थ प्रेम करने वाला |
(२) सुख दुःख में साथ देने वाला |
(३) पैसा देखकर मित्रता न करने वाला |
(४) धोखा न देने वाला (ईमानदार) |

(ग) आकृति पूर्ण कीजिए:

उत्तर : 

(२) कविता में प्रयुक्त तत्सम, तद्भव, देशज शब्दों का चयन करके उनका वर्गीकरण कीजिए तथा पाँच शब्दों का वाक्य में प्रयोग कीजिए ।

उत्तर : 
वाक्य में प्रयोग |

(१) नर –  पत्नी, दुखी नर को नारायण समझकर सेवा करती थी।

(२) दिन –  उस दिन से फिर किसी ने राकेश की सूरत नहीं देखी।

(३) उधार –  व्यापारी जाड़े में कपड़े उधार दे देते हैं।  

(४) हँसी – उसके चेहरे पे आखिर मैंने हँसी देख ही ली।

(५) झूठा –  रमेश के चेहरे पे झूठा गुस्सा था  ।

(३) कवि के मतानुसार मनुष्य की विचारधारा निम्न मुद्दों के आधार पर स्पष्ट कीजिए :

(च) ऋण लेते समय ……….
(छ) ऋण लौटाते समय ……..

उत्तर : 

(च) ऋण लेते समय झूठ बोलना, मीठे वचन बोलना |

(छ) ऋण लौटाते समय मारने दौड़ना, झूठा कागज़ बताना |