हिंदी (पहली इकाई) : पाठ – ५ मधुबन

सूचना के अनुसार कृतियाँ करो :-

(१) संजाल पूर्ण करो :


उत्तर:

(२) कारण लिखो:
(१) डॉक्टर साहब का राजनीति से दूर रहने का कारण –
उत्तर: डॉक्टर साहब की राजनीति में कोई रुचि नहीं थी। वे साहित्य चिंतन में विश्वास रखते थे।

(२) डॉक्टर साहब का मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश आने के लिए प्रेरित होने का कारण –
उत्तर: डॉक्टर साहब मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश आने के लिए प्रेरित हुए क्योंकि नागपुर विश्वविद्यालय में हिंदी विषय नहीं था।

(३) कृति करो :


उत्तर:

(३) कृति पूर्ण करो :
उत्तर:


भाषाबिंदु

निम्न शब्दों से कृदंत/तद्धित बनाओ :
मिलना, ठहरना, इनसान, शौक, देना, कहना, भाव, बैठना, घर, धन
उत्तर:
(१) मिलना – मिलन/मिलाप/मिलनेवाला  – कृदंत
(२) ठहरना – ठहराव/ठहर – कृदंत
(३) इनसान – इनसानियत – तद्धित
(४) शौक – शौकीन – तद्धित
(५) देना – देने वाला/देन – कृदंत
(६) कहना – कहने वाला/कह  – कृदंत 
(७) भाव – भावना – तद्धित
(८) बैठना – बैठक/बैठनेवाला  – कृदंत 
(९) घर – घरेलू – तद्धित
(१०) धन – धनी/धनवान  – तद्धित

उपयोजित लेखन

अपने विद्यालय में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह का प्रमुख मुद्दों सहित वृत्तांत लेखन करो
उत्तर :
        विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन समारोह

२६ जनवरी २०२३ को ज्योतिबा फुले विद्यालय, नागपुर में एक विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन किया गया । इस प्रदर्शनी का आयोजन अंतरविद्यालय स्तर पर तीन दिनों के लिए किया गया था । विद्यालय के प्रवेश द्वार को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया था । विद्यालय में उत्सव जैसा माहौल था । विद्यालय के बीस कक्षों में विज्ञान से संबंधित वस्तुएँ, प्रसिद्ध वैज्ञानिकों के चित्र तथा अनेक वर्किंग मॉडल सजे थे। प्रदर्शनी का उद्घाटन नागपुर विश्वविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर विपिन आचार्य के द्वारा किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय के कप्तान पल्‍लव भालेराव ने पुष्पहार पहनाकर उनका स्वागत किया । तदुपरांत विद्यालय के प्राचार्य श्री सलिल मोहिते ने डॉक्टर आचार्य का स्वागत करते हुए विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान का उल्लेख किया । डॉक्टर आचार्य ने प्रथम कक्ष का रिबन काटकर प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन किया । प्राचार्य जी तथा विज्ञान विभाग की अध्यक्षा श्रीमती नीता अवस्थी ने डॉक्टर आचार्य को प्रदर्शनी का एक-एक कक्ष दिखाया । प्रदर्शनी देखकर डॉक्टर आचार्य बहुत प्रसन्न हुए ।